RBI New Note Image : RBI ने हाल ही में एक नया नोट जारी किया है, जिसमें महात्मा गांधी की तस्वीर की जगह एक नई तस्वीर लगाई गई है। यह भारतीय मुद्रा के इतिहास में एक महत्वपूर्ण बदलाव है, क्योंकि पिछले कई दशकों से महात्मा गांधी की तस्वीर नोटों पर प्रमुखता से रही है।
इस नए नोट की घोषणा ने लोगों के बीच काफी चर्चा और जिज्ञासा पैदा कर दी है। कई लोग जानना चाहते हैं कि इस बदलाव के पीछे क्या कारण हैं और इसके प्रभाव क्या होंगे। इस लेख में हम इस नए नोट की विशेषताओं के बारे में विस्तार से बात करेंगे और इस बदलाव के संभावित कारणों पर भी चर्चा करेंगे।
नए नोट की खास बातें
इस नए नोट में कई नई और बेहतरीन चीजें जोड़ी गई हैं :
- नोट के आगे महात्मा गांधी की जगह गुजरात के पाटन में स्थित राणी की वाव का चित्र है।
- नोट के पीछे स्वच्छ भारत अभियान का लोगो छापा गया है।
- नोट में नई तकनीक का उपयोग करके कई उन्नत सुरक्षा फीचर्स जोड़े गए हैं।
- नोट का मुख्य रंग बैंगनी है, जिससे इसे पहचानना आसान हो जाता है।
- नोट पर मूल्य देवनागरी लिपि में भी लिखा गया है।
महात्मा गांधी की तस्वीर क्यों हटाई गई ?
आरबीआई ने महात्मा गांधी की तस्वीर हटाने के कुछ कारण बताए हैं :
- राणी की वाव जैसे ऐतिहासिक स्थलों को दिखाकर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को उजागर करना।
- लंबे समय से एक ही डिजाइन का इस्तेमाल करने के बाद नोटों के डिजाइन को नया रूप देना।
- नए डिजाइन और सुरक्षा फीचर्स के जरिए जालसाजी को रोकना।
नए नोट को पहचानने के लिए कुछ आसान तरीके :
- बैंगनी रंग पर ध्यान दें,
- राणी की वाव का चित्र पहचानें,
- स्वच्छ भारत का लोगो देखें,
- देवनागरी में लिखी संख्या को चेक करें,
- वॉटरमार्क और सुरक्षा धागे की जांच करें।
नए नोट के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
1. क्या पुराने ₹100 के नोट अब भी मान्य हैं ?
हां, पुराने नोट अभी भी वैध हैं और उपयोग में रहेंगे।
2. क्या सभी मूल्यवर्ग के नोटों में बदलाव होगा ?
फिलहाल केवल ₹100 के नोट में बदलाव किया गया है। बाकी के मूल्यवर्गों के लिए कोई जानकारी नहीं दी गई है।
3. नए नोट कब तक पूरी तरह से प्रचलन में आ जाएंगे ?
आरबीआई ने बताया है कि नए नोट धीरे-धीरे बाजार में आएंगे। इसमें कुछ महीनों का समय लग सकता है।
यह नया नोट जो RBI ने जारी किया है, भारतीय मुद्रा के इतिहास में एक बड़ा बदलाव है। यह न सिर्फ देश की सांस्कृतिक धरोहर को आगे बढ़ाता है, बल्कि मुद्रा की सुरक्षा को भी बेहतर बनाता है। हालांकि, शुरुआत में लोगों को इस बदलाव के साथ ढलने में थोड़ा समय लग सकता है, लेकिन भविष्य में यह एक अच्छा कदम साबित हो सकता है।