LPG Price Hike: बांग्लादेश में रसोई गैस की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं, जिससे आम जनता की मुश्किलें बढ़ गई हैं। 12 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 35 टका की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे इसकी नई कीमत अब 1,455 टका तक पहुंच गई है। पिछले चार महीनों में एलपीजी की कीमतों में कुल 100 टका की बढ़ोतरी हो चुकी है, जिससे मध्यम वर्ग और निम्न आय वर्ग के उपभोक्ताओं पर महंगाई का भारी असर पड़ा है।
इस बढ़ती महंगाई के कारण लोगों की जेबों पर काफी दबाव है। बांग्लादेश उपभोक्ता संघ (सीएबी), जो उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए काम करता है, ने इस स्थिति पर नाराजगी जाहिर की है। संगठन का कहना है कि अगर यही हालात बने रहे और महंगाई पर काबू नहीं पाया गया, तो जनता विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएगी।
ऐसे में देश की आर्थिक स्थिति और भी बिगड़ सकती है, क्योंकि यह वृद्धि सीधे तौर पर लोगों के जीवन-यापन को प्रभावित कर रही है।
फरवरी से पहले LPG की कीमतों में राहत की उम्मीद नहीं : बीईआरसी
बांग्लादेश ऊर्जा विनियामक आयोग (बीईआरसी) ने संकेत दिया है कि फरवरी से पहले एलपीजी की कीमतों में किसी भी तरह की कमी की संभावना नहीं है। बीईआरसी हर महीने एलपीजी की कीमतों में संशोधन करता है, लेकिन इस बार आयातित गैस की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसका मुख्य कारण डॉलर की मजबूती है, जिससे गैस की कीमतों में मामूली बढ़ोतरी देखने को मिली है।
इसका मतलब है कि आने वाले महीनों में आम जनता को एलपीजी की ऊंची कीमतों का सामना करना पड़ेगा, जिससे उनके घरेलू बजट पर और भी दबाव पड़ेगा। फरवरी के बाद ही कीमतों में कोई राहत मिलने की उम्मीद की जा सकती है, लेकिन तब तक जनता को महंगी गैस के साथ ही गुजारा करना होगा।
चार महीनों में कितनी बढ़ी LPG के दाम, जानिए पूरा आंकड़ा
बीईआरसी के आंकड़ों के अनुसार, पिछले चार महीनों में 12 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत में कुल 100 टका की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। जुलाई से शुरू हुई इस बढ़ोतरी के बाद, कीमतों में निरंतर इजाफा होता रहा। जुलाई में सिलेंडर की कीमत में 3 टका का मामूली उछाल देखा गया था। इसके बाद अगस्त में कीमत 11 टका बढ़कर 1,377 टका हो गई।
सितंबर आते-आते यह 1,421 टका तक पहुंच गई, और अक्टूबर में इसमें 35 टका और बढ़कर कीमत 1,455 टका हो गई। यह लगातार होती बढ़ोतरी मध्यम और निम्न वर्ग के परिवारों के लिए एक बड़ी आर्थिक चुनौती बन गई है, जिससे उनकी दैनिक जरूरतों पर सीधा असर पड़ रहा है।
क्यों बढ़ रही है LPG की कीमत
एलपीजी की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि के पीछे कई कारण हैं, जिनमें से प्रमुख बांग्लादेश ऊर्जा विनियामक आयोग (बीईआरसी) द्वारा मासिक आधार पर की जाने वाली कीमतों का संशोधन है। बीईआरसी के सचिव बैरिस्टर मोहम्मद खलीलुर रहमान खान के अनुसार, यह संशोधन सऊदी सीपी (अनुबंध मूल्य) पर आधारित होता है, जो एलपीजी के प्रमुख कच्चे माल ब्यूटेन और प्रोपेन की वैश्विक कीमतों पर निर्भर करता है।
सर्दियों के मौसम में यूरोप और अन्य पश्चिमी देशों में एलपीजी की मांग में इज़ाफा हो जाता है, जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमतें बढ़ जाती हैं। इन वैश्विक मांगों के कारण बांग्लादेश में भी एलपीजी की कीमतों में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है, जिससे घरेलू उपभोक्ताओं पर महंगाई का भार बढ़ता जा रहा है।