Train Fare Concession: भारत में सबसे ज्यादा यात्री ट्रेन से सफर करते हैं, और रेल नेटवर्क देश के चारों दिशाओं में फैला हुआ है। भारतीय रेलवे अपने यात्रियों को लगातार बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास करती है। अब रेलवे ने वरिष्ठ नागरिक यात्रियों के लिए एक बड़ा और लाभकारी फैसला लेने की तैयारी कर ली है, जिससे उन्हें यात्रा के दौरान किराए में बड़ी छूट मिलेगी।
अब ट्रेन किराए में मिलेगी भारी छूट
रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों और पेंशनभोगियों को बड़ी खुशखबरी दी है, जिससे सफर करने वाले यात्रियों को सीधा फायदा होगा। भारतीय रेल एक बार फिर अपने वरिष्ठ नागरिक यात्रियों के लिए 50% तक की छूट देने पर विचार कर रही है, जिसे कोरोना महामारी के समय में बंद कर दिया गया था।
इस नियम से मध्यमवर्गीय और गरीब परिवारों को विशेष लाभ मिलता था, और अब रेलवे इस सुविधा को फिर से लागू करने की कोशिश कर रहा है। तो आइए जानते हैं कि इस योजना के तहत सीनियर सिटीजन को कितनी राहत मिलने जा रही है और इस सुविधा के अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं को विस्तार से समझते हैं…
भारतीय रेलवे – वरिष्ठ नागरिकों के लिए रियायत बहाल करने की योजना
भारतीय रेल मंत्रालय एक बार फिर से वरिष्ठ नागरिकों के लिए किराए में मिलने वाली छूट को बहाल करने पर विचार कर रहा है। संसद की एक समिति ने इस बारे में प्रस्ताव भेजा है, जिसमें स्लीपर क्लास से लेकर 3rd AC क्लास तक वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली छूट की पुनः शुरुआत का अनुरोध किया गया है।
रेल मंत्री का आश्वासन: सीनियर सिटीज़न्स को बड़ी राहत
हाल ही में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली रियायत के बारे में बात की थी। उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि इस रियायत को बहाल करने की योजना है, लेकिन भारतीय रेलवे की बढ़ती खर्च और पेंशन-वेतन की उच्च लागत के कारण इसमें थोड़ी देरी हो रही है। हालांकि, रेल मंत्री ने भरोसा दिलाया कि इस सुविधा को वापस लागू करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
रेलवे की रियायत: 53% तक की बचत
भारतीय रेलवे पहले वरिष्ठ नागरिकों को उनके यात्रा किराए पर 53% तक की छूट प्रदान करता था। इसके अलावा, दिव्यांगजन और छात्र भी इस छूट का लाभ उठा सकते थे। नियमों के अनुसार, 60 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों को 40% की छूट और 58 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाओं को 50% तक की छूट मिलती थी। यह रियायत राजधानी और शताब्दी जैसी विशेष ट्रेनों को छोड़कर सभी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में लागू होती थी।
इस कदम से एक बार फिर वरिष्ठ नागरिकों और पेंशनभोगियों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है, जिससे वे अपने सफर को और सस्ता और आरामदायक बना सकेंगे।